
विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस
राज्य मानसिक अस्पताल सेंदरी में संगोष्ठी का आयोजन
बिलासपुर, 10 अक्टूबर 2025/विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर राज्य मानसिक चिकित्सालय सेंदरी में मानसिक स्वास्थ्य के उपर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत में मनोरोग चिकित्सक डॉ० आशुतोष तिवारी ने बताया कि समय तेजी से बदल रहा है, परिजनों की आशायें बच्चो से बहुत बढ़ गई है, जिसके कारण वे अपने बच्चो की तुलना दूसरो के बच्चो से करने लग जाते है, जिसके कारण बच्चों एवं युवा वर्ग में अवसाद एवं अन्य मानसिक बीमारियां बढ़ती जा रही है तथा चिकित्सालय में मिलने वाली ईलाज के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम को आगे बढाते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ. जे.पी.आर्य ने उपस्थित कर्मचारी एवं गणमान्य नागरिकों संबोधित करते हुए कहा मानसिक तनाव के मूलभूत कारणों को बताते हुए कहा की अधिकांशतः युवा वर्ग नौकरी, प्यार में असफलता जैसे समस्याओं के शिकार हो जाते हैं, इससे बचने के लिए युवाओं को दूसरी संभावनों को तलाशने की प्रयास किया जाना चाहिये, साथ ही जन जागरूकता कार्यक्रम संचालित होने से यह एक जीवनकारक हस्तक्षेप है, जो दीर्घकालिक नुकसान को रोकता है।
विश्व में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दो के बारे में जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से हर साल 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। देश, दुनिया में मनोरागियों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, अब 15 से 30 साल के युवा भी इस बीमारी के चपेट में आते जा रहे है। इसके कई कारण है, जैसे बढ़ती हुई प्रतियोगिता, नशाखोरी, इंटरनेट का बढ़ता हुआ चलन इत्यादि। इन सब कारणों के कारण इस वर्ष विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का संदेश आपादाओं और आपात स्थितियों में सेवाओं तक पहुँच मानसिक स्वास्थ्य रखा गया है।
उक्त कार्यक्रम में चिकित्सालय के समस्त चिकित्सक, नर्सिंग अधीक्षिका, समस्त नर्सिंग सिस्टर, सायकेट्रीक नर्स, पैरामेडिकल स्टॉफ, नर्सिंग महाविद्यालय के विद्यार्थी आदि उपस्थित थे।