सिम्स में मनाया गया मेडिकल लैब टेक्नीशियन दिवस अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति ने कहा – लैब तकनीशियन स्वास्थ्य सेवा की रीढ़ हैं
बिलासपुर,छत्तीसगढ़ आयु विज्ञान संस्थान (सिम्स) बिलासपुर में आज मेडिकल लैब टेक्नीशियन दिवस उत्साहपूर्वक मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सिम्स के अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति थे। उनके द्वारा सूक्ष्मजीव विज्ञान के जनक एंटोनी ल्यूवेनहॉक के चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

इस अवसर पर माइक्रोबायोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. रेखा बरापात्रे, पैथोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. रश्मि गुप्ता, बायोकेमेस्ट्री विभागाध्यक्षडॉ. मनीष साहू सहित लैब टेक्नीशियन देव सिंह मार्को, संजय दुबे, देवेंद्र शर्मा, जया शाह, पिंकी वाधवानी, रविंद्र पांडे, दुष्यंत राय, अरुण मैरोलिया, शेवता वर्मा, वर्षा राय, आबिद बेगम एवं अन्य स्टाफ सदस्य उपस्थित रहे।
अपने संबोधन में अधिष्ठाता डॉ. रमणेश मूर्ति ने कहा —
> “स्वास्थ्य सेवा व्यवस्था में मेडिकल लैब टेक्नीशियन की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। किसी भी रोग की सटीक पहचान, उपचार की दिशा और मरीज के जीवन की रक्षा में प्रयोगशाला कर्मियों का अमूल्य योगदान रहता है। यह वह वर्ग है जो पर्दे के पीछे रहकर भी हर चिकित्सक का सबसे भरोसेमंद सहयोगी होता है। इनकी निष्ठा, परिश्रम और तकनीकी दक्षता से ही सटीक निदान संभव हो पाता है।”

उन्होंने आगे कहा कि सिम्स संस्थान लगातार अपनी प्रयोगशालाओं को आधुनिक उपकरणों और नवीनतम तकनीकों से सुसज्जित कर रहा है, जिससे प्रदेशवासियों को उच्च गुणवत्ता की जांच सेवाएँ उपलब्ध कराई जा सकें।
कार्यक्रम में वक्ताओं ने मेडिकल लैब टेक्नीशियन दिवस के ऐतिहासिक महत्व पर भी प्रकाश डाला और एंटोनी ल्यूवेनहॉक के वैज्ञानिक योगदान को नमन किया।
समारोह के अंत में धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए डॉ. रेखा बरापात्रे ने अधिष्ठाता महोदय सहित सभी अतिथियों, तकनीशियनों एवं सहयोगी कर्मचारियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन सामूहिक अभिनंदन समारोह और समूह छायाचित्र के साथ किया गया, जिसमें उपस्थित सभी सदस्यों ने एकजुट होकर सेवा, समर्पण और वैज्ञानिक दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया।


