संवाददाता सुरज वाधवानी
छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा तोड़ना पूरे भारत की माताओं का अपमान — आलोक पांडे
दोषियों को तुरंत गिरफ्तार कर राजद्रोह की सजा दी जाए : अखिल भारतीय हिंदू परिषद
बिलासपुर/रायपुर अखिल भारतीय हिंदू परिषद छत्तीसगढ़ के प्रदेश अध्यक्ष आलोक पांडे ने छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा तोड़े जाने की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह केवल छत्तीसगढ़ महतारी का नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष की माताओं का अपमान है। ऐसे कृत्य को किसी भी परिस्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। दोषियों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करते हुए उन्हें राजद्रोह की सजा दी जानी चाहिए।

प्रदेश अध्यक्ष आलोक पांडे ने कहा कि आगामी 1 नवंबर को छत्तीसगढ़ अपना स्थापना दिवस मनाने जा रहा है। ऐसे समय में इस प्रकार की घटना करना यह दर्शाता है कि कुछ असामाजिक तत्व जानबूझकर छत्तीसगढ़ की अस्मिता को ठेस पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। यह घटना छत्तीसगढ़ के गौरव और मातृभूमि के प्रतीक “छत्तीसगढ़ महतारी” का अपमान है, जिससे पूरे प्रदेशवासियों की भावनाएं आहत हुई हैं।
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य की स्थापना के लिए अनगिनत आंदोलन हुए और अनेक लोगों ने अपनी जान की आहुति दी। आलोक पांडे ने बताया, “मैं स्वयं जब कक्षा दसवीं में था, तब सैकड़ों युवाओं को लेकर दिल्ली और भोपाल तक आंदोलन करने गया था ताकि छत्तीसगढ़ को उसका हक मिले। आज जब हमारी पहचान, हमारी महतारी की प्रतिमा को अपमानित किया गया है, तो यह उन सभी क्रांतिकारियों और जननायकों का भी अपमान है जिन्होंने राज्य निर्माण में अपना योगदान दिया।”
हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष ,प्रदेश महामंत्री उत्कर्ष सिंह ने प्रशासन से मांग की है कि इस घटना में शामिल दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर कठोरतम दंड दिया जाए ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह से प्रदेश की मातृभूमि और सांस्कृतिक गौरव का अपमान करने की हिम्मत न कर सके।
उन्होंने प्रदेश के सभी नागरिकों से भी अपील की कि वे शांति बनाए रखें, लेकिन इस मुद्दे पर एकजुट होकर छत्तीसगढ़ की अस्मिता की रक्षा करें। आलोक पांडे ने कहा, “हमारी महतारी केवल एक मूर्ति नहीं, बल्कि हमारी आत्मा और सम्मान का प्रतीक है। उसका अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”


