
BHARTENDU KAUSHIK (REPORTER)
बिलासपुर / ज्ञात हो कि आज दिनांक 23 मार्च को छात्र संगठन एआईडीएसओ जिला कमेटी बिलासपुर के द्वारा आजादी आंदोलन के गैर समझौतावादी धारा के महान क्रांतिकारी शहीद -ए -आज़म भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के शहादत दिवस के अवसर पर आज शाम 5 बजे शनिचरी बाजार हैप्पी स्ट्रीट में सामाजिक व क्रांतिकारी गीत, कविता व नृत्य के माध्यम से सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस कार्यक्रम की शुरुआत छात्र संगठन एआईडीएसओ
राज्य उपाध्यक्ष शुभम पांडे, जिला अध्यक्ष त्रिलोचन साहू , जिला सचिव सूरज साहू ,द्वारा शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के छायाचित्र पर माल्यार्पण से हुई।
आगे इन क्रांतिकारियों के जीवन पर बात रखते हुए एआईडीएसओ के राज्य उपाध्यक्ष शुभम पांडे ने कहा कि भगत सिंह को बचपन से ही उनके घर में क्रांतिकारी माहौल मिला, वो अंग्रेजों के शोषण को देख रहे थे, उनके अंदर क्रांतिकारियों के प्रति श्रद्धा थी, और वह देश को अंग्रेजों से आजाद कराने का तय कर लिए, 13 अप्रैल 1919 को हुई जलियांवाला बाग में अंग्रेजों के द्वारा की गई हजारों लोगों की निर्मम हत्या ने भगत सिंह को देश की आजादी के लिए और भी प्रेरित किया,


भगत सिंह, राजगुरु ,सुखदेव जैसे तमाम क्रांतिकारियों का सपना था कि हम एक ऐसा देश बनाएंगे जहां सभी को निः शुल्क उच्च शिक्षा, सभी युवाओं को रोजगार, सभी लोगों को बड़ी से बड़ी बीमारी का मुफ्त ईलाज, महिलाओ को सुरक्षा मिले, सभी को न्याय का अधिकार मिले, किसानों को फसल का उचित दाम मिले व मजदूरों को उनकी मेहनत के अनुसार मजदूरी मिले, लेकिन आज हम देख पा रहे है इन क्रांतिकारियों का यह सपना आज भी अधूरा है, आज भी लाखों छात्र शिक्षा से दूर है,होते जा रहे है,
हमारे राज्य में स्कूलों में शिक्षकों के 56 हजार से अधिक पद खाली है, राज्य के 5840 स्कूलों में सिर्फ एक शिक्षक है और तो और 300 स्कूलों में शिक्षक ही नहीं है बहुत से स्कूल जर्जर है ,बहुत से स्कूलों में शौचालय की सुविधा भी नहीं है, इन समस्याओं को ठीक करने की बजाय राज्य सरकार राज्य में 4077 सरकारी स्कूलों को बंद कर रही है यह निर्णय पूरी तरह शिक्षा विरोधी है, इन समस्याओं के कारण अभिभावक छात्रो को प्राइवेट स्कूलों में भेजने को मजबूर है जहां उनसे मोटी फीस वसूली जा रही है, इन समस्याओं को खिलाफ लड़कर ही हम सभी तक शिक्षा पहुंचा पाएंगे और क्रांतिकारियों के सपने को पूरा कर पाएंगे।
आगे जिला अध्यक्ष त्रिलोचन साहू ने बात रखते हुए कहा हम आज देख रहे है आज लाखों युवा वर्ग के पास काम नहीं है अगर काम मिलता भी है तो उनसे बहुत कम मजदूरी पर 12 – 12 घंटे काम लेकर उनका शोषण किया जा रहा है, लाखों युवा सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है इनको नौकरी देने की बजाय ,सरकारी रिक्त पदों को भी खत्म कर रही है और सभी सरकारी संस्थाओं जैसे रेलवे, एयरपोर्ट, बिजली विभाग ,कारखानों का निजीकरण कर रही है जिससे लाखों युवा बेरोजगार हो रहे है, आज रोजगार की कोई गारंटी भी नहीं है, इन समस्याओं के खिलाफ हम छात्र युवाओं को एकजुट होना होगा।


जिला सचिव सूरज साहू ने भगत सिंह के विचारो को बताया “हमें हर एक रूढ़िवादी सोच, परंपराओं को खत्म करना होगा जो विकास के काम में बाधा डालता हो” आगे भगतसिंह जेल में अपने बाबा से कह रहे है, “बाबाजी मेरा खून का रिश्ता तो शहीदों के साथ है जैसे खुदीराम बोस ,करतार सिंह सराभा। हम एक ही खून के हैं हमारा खून एक ही जगह से आया है । दूसरा रिश्ता आप लोगों से है जिन्होंने प्रेरणा दी और जिनके साथ कालकोठरियो में हमने पसीना बहाया है । तीसरे रिश्तेदार वह होंगे जो इस खून पसीने से तैयार की हुई जमीन में नई पीढ़ी के रूप में पैदा होंगे और इस मिशन को आगे बढ़ाएंगे।”
अतः हमारा फर्ज बनता है कि हमें भगत सिंह के तीसरे रिश्तेदार के रूप में उनके सपनों को पूरा करने के लिए एकजुट होकर सभी समस्याओं के खिलाफ लगातार लड़ाई लड़नी होगी। और सभी क्रांतिकारियों के जीवन से सिख लेना होगा ,अपने चरित्र को,इंसानियत को ऊंचा उठाना होगा।