
आई टी एम एस में नए साफ्टवेयर अपलोड से चालानी कार्यवाही की प्रत्येक चरण की प्रक्रिया हुई ऑनलाइन
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह के दिशा निर्देश पर चालान (समन) शुल्क जमा की प्रक्रिया हुई और सरल

आई टी एम एस के माध्यम से चालानी कार्यवाही, समन शुल्क जमा, न्यायालय सुनवाई, लाइसेंस निरस्त्रीकरण हुई पूर्णतः आन लाइन
आई टी एम एस, यातायात पुलिस, पोस्ट आफिस, न्यायालय, आर टी ओ सभी आन लाइन प्रक्रियाओं से हुए समानांतर*
उल्लंघन कर्ता वाहन चालकों के द्वारा समन शुल्क समय पर जमा न करने की स्थिति में सभी जगह निर्धारित समय पर होगी नियमानुसार कार्यवाही।
प्रथम बार उल्लघन के पश्चात और कोई उल्लघन न हो ध्यान रखें अन्यथा दुगने से भी ज्यादा की होगी चालान
यातायात पुलिस ने की आम जनता से यातायात नियमों और अनुशासन के पालन की अपील

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह के दिशा निर्देश पर यातायात पुलिस बिलासपुर के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल के मार्गदर्शन एवं नेतृत्व में लगातार यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध कर कड़ी, सघन एवं कठोर तरीके से कार्यवाही की जा रही है साथ ही आम नागरिकों को वाहन चालन के दौरान किसी भी तरीके का यातायात नियमों का उल्लंघन नहीं करने हेतु सख्त हिदायत दिए जाने के साथ साथ अपील भी की जा रही है। विदित हो कि बिलासपुर में शहर के प्रमुख चौक चौराहे और मार्गो में लगे इंटीग्रेटेड ट्रैकिंग मॉनिटरिंग सिस्टम (आई टी एम एस) के तहत लगभग 550 से अधिक कैमरों के द्वारा यातायात नियमों के उल्लंघन पर ऑनलाइन तरीके से मॉनिटरिंग की जा रही है जिसके द्वारा उल्लंघन कर्ताओं को ट्रैकिंग करते हुए ऑनलाइन चालान को एसएमएस के माध्यम से वाहन चालन उल्लंघन कर्ताओं के मोबाइल में सेंड किया जाता है। त्वरित शाफ्ट कॉपी की चालान को पोस्ट ऑफिस डिपार्टमेंट में आई टी एम एस के माध्यम से ऑटोमेटिक भेज दी जाती है जहां से उल्लंघन कर्ता के मुख्य पते पर हार्ड कॉपी के रूप में चालान उसके घर भेज दी जाती है।
ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत सात दिवस के अंदर उक्त चालान की राशि ऑनलाइन माध्यम से जमा नहीं किए जाने पर उक्त चालान की कॉपी निर्धारित समयावधि में माननीय न्यायालय स्वत ऑनलाइन माध्यम से चली जाती है इसके पश्चात माननीय न्यायालय के द्वारा समन जारी करते हुए संबंधित वाहन चालक का माननीय न्यायालय में उक्त यातायात नियमों की उल्लघन पर सुनवाई नियमित चलती है इस दौरान उल्लंघन कर्ता वाहन चालक न्यायालय कार्यवाही में उपस्थित नहीं होता है उस स्थिति में उक्त चालान की कॉपी स्वतः ही सड़क परिवहन कार्यालय (आरटीओ) ऑफिस चली जाती है।
उक्त चालान के स्वतः ही आरटीओ डिपार्मेंट में जाने के पश्चात वहाँ से उनके वाहन की जप्ती, लाइसेंस की निरस्त्रीकरण, और अन्य आवश्यक कार्यवाही प्रारंभ होती है और संबंधित वाहन चालक के लाइसेंस का निरस्तीकरण कर दिया जाता है। इसके पश्चात उक्त वाहन चालक के नाम पर अन्य लाइसेंस या लाइसेंस रिनिवल की स्थिति में उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
पुनः विदित हो कि यातायात नियमों के उल्लंघन पर न सिर्फ की आई टी एम एस के माध्यम से ऑनलाइन चालानी कार्यवाही की जाती है अपितु वाहनों पर सूक्ष्म निगरानी रखते हुए पारदर्शी एवं निष्पक्ष रूप से कार्यवाही के वीडियों और फ़ोटो को उसके सर्वर में संधारित भी रखी जाती है। आई टी एम एस वाहन चालकों के द्वारा जिले में कितने बार वाहन चालन के दौरान यातायात नियमों का उल्लंघन किया गया है इसका पूरा डाटा संकलन और सुरक्षित रखने का काम भी करती है जिससे प्रथम बार उल्लंघन पर यातायात अधिनियम के तहत कम राशि से चालान की जाती है वहीं द्वितीय या पश्चातवर्ती उल्लंघन किए जाने की स्थिति में दुगने से भी ज्यादा राशि की चालान वाहन चालक के विरुद्ध भेजी जाती है। वाहन चालन के दौरान कई वाहन चालकों के द्वारा बहुत ही चालाकी, चतुराई एवं शातिर ढंग से नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ कर नंबर प्लेट में स्टीकर, मैग्नेट, कागज आदि चिपकाकर नंबर प्लेट को न सिर्फ छुपाया जाता है अपितु कई बार नंबर प्लेट को उल्टा करके या घुमाकर आई टी एम एस के कैमरा से बचने का भी प्रयास किया जाता है जो की घोर लापरवाही और उल्लंघन की श्रेणी में आता है ऐसे वाहन चालकों के विरुद्ध न सिर्फ यातायात नियमों की उल्लंघन के तहत कार्रवाई की जा रही है अपितु कई वाहनों में यह भी देखने में आया है कि वाहन चालक के नाम पर उक्त वाहन नहीं होता है और वाहन के नंबर पर आधारित नंबर पर उक्त वाहन का चेचिस नंबर मैच नहीं होता जो की अपराधिक प्रकरण की श्रेणी में भी आता है। ऐसे वाहन चालकों के विरुद्ध जिला बिलासपुर में कई बार अपराधिक प्रकरण भी पंजीबद्ध की गई है जिसमें ऐसे वाहन चालकों को गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय भेजते हुए वहाँ से जेल दाखिल कराई गई है अतः सड़कों पर वाहन चालन के दौरान यातायात नियमों के उल्लंघन को सामान्य समझने की भूल वाहन चालकों को किसी भी स्थिति में नहीं करनी चाहिए। यह न सिर्फ जुर्माना हो सकती है अपितु नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ कर कई प्रकार के अपराधियों द्वारा अपराधी गतिविधियों करने की प्रयास भी की जाती है ऐसे वाहन चालक, जो वाहनों का दुरुपयोग कई प्रकार के अपराधिक गतिविधियों में भी करते हैं उन्हें जेल के सलाखों के पीछे भी भेजी गयी है।
बिलासपुर जिले में यातायात को सरल सुगम सुव्यवस्थित एवं सुरक्षित बनाए जाने हेतु नियमित रूप से वरिष्ठ अधिकारियों के दिशा निर्देश पर लगातार बेहतर मैनेजमेंट करने का प्रयास किया जा रहा है इस हेतु यातायात पुलिस बिलासपुर के द्वारा शहर के अंदर पांच पेट्रोलिंग टीम बनाई गई है जो 24×7 निरंतर शहर में भ्रमण करते हुए यातायात को व्यवस्थित एवं सुचारु बनाए रखने में निरंतर कार्य करते रहती है वहीं क्रेन पेट्रोलिग के माध्यम से लगातार चौक चौराहे एवं मुख्य मार्ग में वाहन को बेतरतीब तरीके से खड़े कर आवागमन को बाधित करने वाले वाहन चालकों के वाहनों पर कार्यवाही हेतु नियमित पेट्रोलिंग पर होती है।इसके साथ ही शहर के आउटर क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर वाहनों के गति पर नियंत्रण किए जाने हेतु तेज गति के वाहनों पर कार्यवाही करने के लिए इंटरसेप्टर वाहन 24×7 तैनात होती है जिसमें लगे स्पीड राडार गन और स्पीडोमीटर के माध्यम से लगातार तेज गति वाहनों पर कार्रवाई की जाती है इसके अलावा यातायात बिलासपुर के द्वारा सभी नेशनल हाईवे पर तीन यातायात हाईवे पेट्रोलिंग की व्यवस्था है जहां पर आकस्मिक सड़क दुर्घटना या आवागमन बाधा के समय सहायता हेतु 24× 7 नेशनल हाईवे पर काम करती है। आई टी एम एस के माध्यम से आई टी एम एस के नवीन वर्जन अपलोड होने पर समस्त प्रक्रिया प्रत्येक चरण में ऑटोमेटिक एवं ऑनलाइन हो गई है अतः आम नागरिकों, वाहन चालकों से विशेष अपील एवं अनुरोध है कि समन (चालानी) शुल्क अपने मोबाइल के माध्यम से ही जमा करने का प्रयास करें ताकि किसी भी असुविधा का सामना करना न पड़ें।