
संवाददाता जयप्रकाश यादव
जिला प्रबंधक का काला चिट्ठा चॉइस सेंटर संचालकों के लोक सेवा की आईडी सड़यंत्रों से हुआ है बंद
हाल ही में संविदा कर्मचारी जिला प्रबंधक आफ़ताब अहमद ख़ान ने दो चॉइस सेंटर से लोक सेवा केंद्र की आईडी बंद की है
चॉइस केंद्र संचालक का आरोप
स्वयं जिला प्रबंधक के द्वारा शासकीय सेवा कार्य के लिए चॉइस सेंटर एवं लोक सेवा केंद्र संचालक को अनुबंध के तहत लोक सेवा केंद्र की आईडी प्रदान की जाति हैजिसको जिला प्रबंधक के द्वारा चॉइस सेंटर की लोक सेवा केन्द्र आईडी को निजी बोला जाता हैं
लोक सेवा केन्द्र के संचालक अरुण कुमार गोयल और अरविंद कुमार पटेल ने बताया ऑनलाइन प्रकरण को ऑफलाइन प्रक्रिया से कार्यवाही किया गया है उन्होंने बताया जिला प्रबंधक एवं लोक सेवा केंद्र संचालक सीपत के सड़यंत्रों से नायब तहसीलदार सीपत देश कुमार कुर्रे को गुमराह कर के दोनों संचालक को बिना नोटिस भेजे सीधा लोक सेवा केन्द्र की आईडी बंद कराने के लिए प्रतिवेदन जिला प्रबंधक के पास भेजा गया हैं। तत्पश्चात अनावश्यक रुपये की वसूली करने के लिए जिला प्रबंधक के द्वारा प्रतिवेदन लम्बे समय तक दबाकर रखा गया था रुपये वसूली नहीं होने की स्थिति में जिला प्रबंधक ने दोनों संचालकों को नोटिस भेजे चॉइस केन्द्र संचालक अरविंद कुमार पटेल ने बताया कि ऑनलाइन कार्यवाही के 6 माह बाद नायब तहसीलदार ने जिला प्रबंधक को आईडी बंद करने के लिए प्रतिवेदन भेजा साथ ही अरुण कुमार गोयल के विरुद्ध आईडी बंद करने के लिए ऑनलाइन कार्यवाही के 03 दिवस है पूर्व तिथि में जिला प्रबंधक को प्रतिवेदन भेजा था जिसके संदर्भ में संचालकों को नोटिस प्राप्त हुआ जबकि तहसीलदार के द्वारा नोटिस होना था फिर भी जिला प्रबंधक से प्राप्त नोटिस से अनुसार जवाब जिला प्रबंधक को दे चुके हैं
साथ ही दोनों संचालकों ने यह भी बताया कि दोनों संचालकों के विरुद्ध नायब तहसीलदार सीपत द्वारा जिला प्रबंधक को भेजे गए प्रतिवेदन में 09 दिवस का अंतराल है और आवक-जावक क्रमांक संदिग्ध है जिला प्रबंधक के द्वारा नोटिस भेजा गया उसमे भी संदर्भ की जावक क्रमांक संदिग्ध है सभी कृत्यों में सड़यंत्रों के साथ कार्यवाही प्रतीत होती हैं फिर हाल कार्यालय जिला कलेक्टर बिलासपुर को दोनों लोक सेवा केन्द्र संचालक ने पुनः प्रकरण की ऑनलाइन प्रक्रिया से तहसीलदार और वाचक की आई डी से निष्पक्ष जाँच कराने की माँग रखी गई है और ई-जिला प्रबंधक के उपर कठोर कार्यवाही की माँग की है
अब देखना यह होगा कि मामले को संज्ञान में लेकर कलेक्टर बिलासपुर के द्वारा कार्यवाही किया जा रहा है या संविदा कर्मचारी ई-जिला प्रबंधक अफ़ताब अहमद ख़ान का बचाव किया जा रहा है।