
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर। जिले में अतिशेष शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण को लेकर मंगलवार 4 जून को प्रस्तावित काउंसलिंग की प्रक्रिया विवादों में घिर गई है। पहले यह काउंसलिंग सुबह 3 बजे रखी गई थी, जिसे अब बदलकर दोपहर 3 बजे कर दिया गया है। मंगलवार सुबह 5 बजे विभाग ने शिक्षकों की सूची जारी की, जिसे गोपनीय तरीके से केवल वॉट्सएप के जरिए संबंधित शिक्षकों तक पहुंचाया गया।

इस सूची को लेकर शिक्षकों में नाराजगी है। उनका आरोप है कि नियमों को ताक पर रखकर सूची तैयार की गई और चहेते शिक्षकों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई। शिक्षकों को दावा-आपत्ति का कोई मौका भी नहीं दिया गया। जारी सूची में बिल्हा ब्लॉक के 62 व्याख्याता समेत जिले के लगभग 800 शिक्षक अतिशेष बताए गए हैं, लेकिन विभाग ने अब तक रिक्त पदों की जानकारी सार्वजनिक नहीं की है।
शिक्षक संघ ने इस पूरी प्रक्रिया पर सवाल उठाए हैं और काउंसलिंग में बड़े स्तर पर गड़बड़ी की आशंका जताई है। उनका कहना है कि बिना रिक्त पदों और अतिशेष शिक्षकों की सार्वजनिक जानकारी के काउंसलिंग कराना पारदर्शिता का उल्लंघन है। संघ ने मांग की है कि शिक्षकविहीन और एकल शिक्षकीय स्कूलों की सूची कार्यालय के बाहर और सोशल मीडिया पर सार्वजनिक की जाए। साथ ही, जिन शिक्षकों को काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है, उन्हें ही प्राथमिकता के आधार पर ऐसे स्कूलों में पदस्थ किया जाए।