
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर न्यूज / गरीब और बेसहारा लोगों को आवास उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना शुरू की थी, लेकिन अब भी कई पात्र गरीब इससे वंचित हैं। बिलासपुर जिले के विकासखण्ड बिल्हा अंतर्गत ग्राम मदनपुर की 66 वर्षीय नीरा बाई कोसले इसका जीवंत उदाहरण हैं, जो आज भी पक्के मकान के लिए भटक रही हैं।
नीरा बाई कोसले, पति मोहन लाल कोसले, जाति सूर्यवंशी, गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रही हैं। उनका कहना है कि उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवश्यक सभी दस्तावेज तैयार कर, ग्राम पंचायत में आवेदन प्रस्तुत किया था। इसके बावजूद आज तक उनके नाम पर आवास स्वीकृत नहीं हुआ।

उनका कहना है कि वे पूरी तरह भूमिहीन हैं और फिलहाल अत्यंत कठिन परिस्थितियों में गुजर-बसर कर रही हैं। गांव के अन्य पात्र परिवारों को प्रधानमंत्री आवास का लाभ मिल चुका है, मगर उन्हें अब तक इस योजना में शामिल नहीं किया गया है।
नीरा बाई ने बताया कि वे कई बार संबंधित विभाग और अधिकारियों के चक्कर काट चुकी हैं, लेकिन समस्या का निराकरण नहीं हुआ। जब पीड़ित लोग कलेक्टर से गुहार लगाते हैं, तभी अधिकारियों की नींद खुलती है और कार्रवाई शुरू होती है। यदि शुरुआत में ही समस्या का समाधान कर दिया जाए, तो गरीबों को दर-दर भटकना नहीं पड़े।
उन्होंने जिला प्रशासन से निवेदन किया है कि उनकी आर्थिक स्थिति और गरीबी को देखते हुए, शीघ्र ही उनके नाम पर प्रधानमंत्री आवास स्वीकृत किया जाए, ताकि उन्हें भी अपने जीवन के शेष समय में एक सुरक्षित और पक्का घर मिल सके।
ग्रामीणों का कहना है कि ऐसे पात्र लोगों की पहचान कर तत्काल योजना का लाभ दिया जाना चाहिए, जिससे सरकार की मंशा पूरी हो सके और कोई भी जरूरतमंद छूट न जाए। अब देखना होगा कि जिला प्रशासन इस मामले में कब तक कार्रवाई करता है।