
संवाददाता सुरज वाधवानी
वरिष्ठ पत्रकार संतोष यादव के निधन पर पत्रकारिता जगत में शोक की लहर
अखिल भारतीय हिंदू परिषद सहित प्रदेशभर के पत्रकारों ने जताया गहरा दुख, कहा— “एक निर्भीक और सच्चे कर्मयोगी को खो दिया”

भिलाई।
शहर के वरिष्ठ पत्रकार एवं भिलाई-3 निवासी श्री संतोष यादव के आकस्मिक निधन की खबर से पूरे प्रदेश के पत्रकारिता जगत और समाज में गहरा शोक और स्तब्धता छा गई है। अपनी निडर और निष्पक्ष पत्रकारिता के लिए पहचान बनाने वाले संतोष यादव को श्रद्धांजलि देने का सिलसिला जारी है।
अखिल भारतीय हिंदू परिषद ने उनके निधन पर गहरी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि “यह केवल पत्रकारिता जगत ही नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति है।”
परिषद की ओर से जारी शोक संदेश में कहा गया कि स्वर्गीय संतोष यादव एक संवेदनशील, निर्भीक और समाजसेवी पत्रकार थे, जिन्होंने अपनी सशक्त लेखनी से समाज की समस्याओं को न केवल उजागर किया, बल्कि उनके समाधान के लिए भी सदैव सक्रिय भूमिका निभाई। वे पत्रकारिता को केवल पेशा नहीं, बल्कि लोकसेवा का माध्यम मानते थे।

पत्रकारिता जगत के सच्चे कर्मयोगी — याद रहेंगे संतोष यादव
स्व. संतोष यादव को उनके साथी पत्रकार और सामाजिक सहयोगी एक सच्चे कर्मयोगी के रूप में याद कर रहे हैं। वे हमेशा सादगी, सत्य और निष्पक्षता के प्रतीक रहे। उनके लेख समाज के संवेदनशील मुद्दों को गहराई से छूते थे।
उनकी लेखनी ने आमजन की आवाज को मंच दिया और शासन-प्रशासन का ध्यान बार-बार जनहित के मुद्दों की ओर खींचा।
अखिल भारतीय हिंदू परिषद के प्रदेश अध्यक्ष श्री आलोक पांडेय एवं संगठन महामंत्री श्री गणेश तिवारी ने श्रद्धांजलि व्यक्त करते हुए कहा—
“स्वर्गीय संतोष यादव जी का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। उन्होंने अपनी लेखनी से समाज के उत्थान और पत्रकारिता की साख को नई दिशा दी। उनके जाने से हमने एक निडर और सच्चे पत्रकार को खो दिया है।”
हालिया मुलाकात बनी अंतिम स्मृति
स्व. संतोष यादव के करीबी और सहयोगियों ने बताया कि कुछ ही दिन पहले वे अपने साथियों से मुलाकात कर आशीर्वाद और बधाई देने आए थे।
उनके एक करीबी सहयोगी ने भावुक होकर बताया—
“अभी आठ-दस दिन पहले ही संतोष भैया मेरे कार्यालय आए थे। उन्होंने कहा था, ‘महराज, तुम्हारे काम और संघर्ष के विषय में लिखना है।’ मैंने उनसे कहा था कि काम थोड़ा ज्यादा है, एक हफ्ते बाद कर लेंगे। लेकिन आज अचानक खबर मिली कि संतोष भैया हम सबको छोड़कर चले गए।”
उन्होंने आगे कहा—
“छत्तीसगढ़ के ब्लॉगर और पत्रकार के रूप में संतोष भैया ने अपना महत्वपूर्ण स्थान बनाया था। जब उन्हें सम्मानित करने का समय आया, तब उनका यूं चले जाना अत्यंत दुखद है। उन्होंने मेरे काम पर जो लेख लिखा था, वह आज भी मेरे लिए प्रेरणा है। भगवान उन्हें अपने श्रीचरणों में स्थान दें और परिवार को इस दुख को सहन करने की शक्ति दें।”
परिषद परिवार ने दी श्रद्धांजलि
अखिल भारतीय हिंदू परिषद परिवार की ओर से आयोजित श्रद्धांजलि सभा में दो मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। परिषद ने अपने संदेश में कहा कि “संतोष यादव जी के विचार, कार्य और समाज के प्रति उनकी निष्ठा आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणास्रोत रहेंगे।”
सभा में परिषद पदाधिकारियों, पत्रकार साथियों और समाजसेवियों ने “ॐ शांति” का उच्चारण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
सभी ने संकल्प लिया कि स्व. संतोष यादव के अधूरे कार्यों और उनके पत्रकारिता के आदर्शों को आगे बढ़ाया जाएगा, ताकि उनका सपना – “सच्चाई और समाजहित की पत्रकारिता”क्ष– जीवित रहे।