
( रिपोर्टर — सुरज पुरेना )
बिलासपुर न्यूज / थाना सीपत निवासी द्रोपती बाटलिंग ने शपथपत्र सहित आवेदन प्रस्तुत कर जिला प्रशासन से न्याय की मांग की है। उन्होंने कहा कि वे अपने मन की शांति, आस्था और विश्वास के तहत समय-समय पर अपने घर या सामुदायिक रूप से मसीही प्रार्थना सभा में सम्मिलित होती हैं, परंतु उन्होंने कभी धर्म परिवर्तन नहीं किया है। फिर भी कुछ असामाजिक तत्व और प्रशासनिक अधिकारी उन पर धर्मान्तरण का झूठा आरोप लगाकर शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न कर रहे हैं।

द्रोपती ने हलफनामे में स्पष्ट किया कि वे जन्म से हिन्दू हैं और अब भी हिन्दू कहलाना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि यदि कभी धर्म परिवर्तन करना होगा, तो वे छत्तीसगढ़ धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 1968 और नियम 1969 का पालन करेंगी। उन्होंने कहा कि भारत विविधता में एकता का देश है, जहां लोग अपनी खुशी और शांति के लिए किसी भी उपासना या भक्ति परंपरा में सम्मिलित होते हैं, जैसे हरे कृष्ण आंदोलन या अन्य सांस्कृतिक सत्संग।
उन्होंने कहा कि प्रशासन को चाहिए कि ऐसे विघ्न संतोषी तत्वों को रोके, जो धार्मिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं, और पुलिस-प्रशासन को संविधान की भावना के अनुरूप कार्य करने की हिदायत दी जाए।
यह धार्मिक स्वतंत्रता और व्यक्तिगत अधिकारों की रक्षा के प्रति एक अहम पहल माना जा रहा है।